भारत में बुधवार को टेक्सटाइल और सी फूड से जुड़े शेयरों में तेजी देखी गई. इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को बताया जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारत-यूएस ट्रेड डील का जिक्र किया.
इस बयान से घरेलू निवेशकों को अमेरिकी टैरिफ कम होने की संभावनाओं को बल मिला है. बता दें, राष्ट्र में सीफूड और टेक्सटाइल कंपनियों की आय का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी बाजारों से आता है.
दक्षिण कोरिया के ग्योंगजू में आयोजित एपीईसी सीईओ शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-यूएस ट्रेड डील को लेकर बयान दिया, जहां उन्होंने पीएम मोदी की सराहना की और बोला कि वह “भारत के साथ एक व्यापार समझौता” करने जा रहे हैं.
ट्रंप ने मोदी की प्रशंसा करते हुए, उन्हें सबसे अच्छे दिखने वाला आदमी कहा और बहुत मजबूत राजनेता कहा.
रूस से ऑयल खरीदने को लेकर अमेरिका की ओर से हिंदुस्तान पर 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया गया था, इससे निर्यात केंद्रित टेक्सटाइल और सी फूड कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी.
अमेरिकी टैरिफ से राहत मिलने की आशा के चलते भारतीय सीफूड इंडस्ट्री के शेयरों में 2-4 फीसदी की बढ़त देखी गई है. टेक्सटाइल शेयरों भी इस तरह की तेजी देखी जा रही है.
भारत और अमेरिका ट्रेड डील को लेकर लगातार वार्ता कर रहे हैं. इसे पूरा करने के लिए दोनों राष्ट्रों के प्रतिनिधि कई राउंड की वार्ता कर चुके हैं.
ट्रंप प्रशासन द्वारा भारतीय हितों को टारगेट करने वाली कई नीतियों की घोषणा के कुछ महीनों बाद, रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों सांसदों ने भारत-अमेरिका संबंधों का समर्थन करने के लिए हाथ मिलाया है.
पिछले 10 दिनों में कम से कम छह द्विदलीय पत्र और प्रस्ताव तैयार किए गए हैं, जिनमें भारतीय अमेरिकी समुदाय के हितों की रक्षा, भारत-अमेरिका साझेदारी के लिए समर्थन की पुष्टि और नयी दिल्ली को टारगेट करने वाली अपनी हालिया कार्रवाइयों के लिए प्रशासन पर ज़िम्मेदारी का दबाव डाला गया है